गुफ़्तगू
जदीद अदबी दौर में शायरी की हिफ़ाज़त — एक डिजिटल ज़िम्मेदारी
अदबी दुनिया के तमाम शोरा, रचनाकार, अफ़साना निगार, कहानीकार, नज़्म-गो, मुक़द्दस क़लम के मालिक और तख़लीक़ी जहान के उन तमाम खुशनसी…
अदबी दुनिया के तमाम शोरा, रचनाकार, अफ़साना निगार, कहानीकार, नज़्म-गो, मुक़द्दस क़लम के मालिक और तख़लीक़ी जहान के उन तमाम खुशनसी…
मुक़द्दिमा कभी-कभी वक़्त के सफ़र में कुछ शख़्सियतें ऐसी जन्म लेती हैं जो इल्म और फ़िक्र दोनों के चिराग़ बन जाती हैं। वो सिर्फ़…
अगर आप हमारी वेबसाइट www.anthought.com के नियमित पाठक,क़ारी (रीडर) हैं, तो आपने ज़रूर महसूस किया होगा कि पिछले दो सालों से हम…
क़मर सुरूर की पैदाइश 5 अगस्त 1975 को हुई। बचपन से ही इल्म की तलाश उनके लिए महज़ एक शौक़ नहीं, बल्कि इबादत का दर्जा रखती थी। उन्ह…